आफत की बारिश: हिमाचल में 500 करोड़ का नुकसान, पावर प्रोजेक्ट को अधिक नुकसान: सीएम 

शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मंडी में बादल फटने की घटनाओं के प्रारंभिक आकलन में जो रिपोर्ट प्राप्त हुई है, उसके अनुसार प्रदेश में बरसात से अब तक 500 करोड़ का नुकसान हो चुका है। मंडी में आठ लोगों की मौत होने का भी समाचार है। मुख्यमंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र नादौन में बरसात में हुए नुकसान पर बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने ब्यास नदी के बढ़े जलस्तर का जायजा भी लिया और भड़ोली में नदी पर बने पुल व आसपास के क्षेत्र की स्थिति जानी और अधिकारियों से फीडबैक भी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्यास नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है।

बारिश के चलते पावर प्रोजेक्ट को सबसे ज्यादा नुकसान

नुकसान का आंकड़ा और बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी है। पर्यटकों से अपील करते हुए सीएम के कहा कि पर्यटक शहरी क्षेत्रों में रहें और नदी-नालों और दुर्गम पहाड़ों से दूर रहें। उन्होंने प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि नदी- नालों से 500 मीटर तक की दूरी पर रहें।सीएम सुक्खू ने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में भू-स्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं, इसलिए ऐसे क्षेत्रों की ओर न जाएं। मुख्यमंत्री ने बताया कि बारिश के चलते पावर प्रोजेक्ट को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है और यहां पर काम काज भी प्रभावित हुआ है।

पिछले दो-तीन वर्षों से बादल फटने की घटनाओं में बढ़ोतरी: सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो-तीन वर्षों से बादल फटने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जोकि चिंताजनक है। इन घटनाओं को लेकर विशेषज्ञों से मंत्रणा की जाएगी। इसके पीछे के कारण की समीक्षा की जा रही है। वर्ष 2023 की आपदा के बाद नदी-नालों के करीब मकान बनाने के टीसीपी नियमों में बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को भी ऐसी परिस्थिति में तुरंत मदद करनी चाहिए। उन्होंने एनएचएआई और सडक़ एवं राजमार्ग मंत्रालय के प्रोजेक्ट निर्माण में हो रही देरी पर भी चिंता जाहिर की।

Anchal Mongia
Author: Anchal Mongia

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